TOP 10 Hindi Short Story’s 2022 : नमस्कार दोस्तों, जब हम छोटे हुआ करते थे तब हमारे दादा दादी व् नाना नानी हमारा मनोरंज हो और हमें कुछ शिख मिले इसलिए हमें बहोत सारी कहानिया सुनती थी। जो आजभी हमें याद है और हमारे जीवन में समय आने पर हम उसका पालन भी करते है। इस नजरिये से देखे तो हम सबने बचपन में कहानिया तो बहुत सुनी है, और कई कहानियों के बारे में पढ़ाई भी की है। लेकिन आज हम आपके लिए १० ऐसी कहानिया लाये है जिसे की आपने नाही कभी उसके बारे में सूना होगा और नाही तो कभी पड़ा होगा। तो बिना किसी देरी के आपके सामने पेश करते है १० अनसुनी कहानिया।
TOP 10 Hindi Short Stories 2022
हिंदी में नवीनतम सर्वश्रेष्ठ नैतिक कहानियां बच्चों को संदेश देने का एक शानदार तरीका है। ये प्रेरणादायक नैतिक कहानियाँ बच्चों और वयस्कों के लिए नैतिक संग्रह के साथ हिंदी में महान लघु कथाएँ हैं।
Hindi Short Stories With moral
हम यहां अपने ब्लॉग में हिंदी में सर्वश्रेष्ठ नैतिक कहानियां प्रदान करने के लिए हैं। हमने बच्चों के लिए लघु नैतिक कहानियाँ एकत्र की हैं। नई नैतिक कहानियों के ये संग्रह आपको सर्वोत्तम मूल्य प्रदान करते हैं।
Short Stories For Kids
1.कबूतर और चीटी की कहानी
एकबार कड़कती गर्मियों का मौसम चल रहा था । उसी दौरान एक चीटी प्यास से तड़पती हुई, पानी पानी की तलाश में एक नदी किनारे पहुंच गयी।
नदी का पानी बहोत गहरा था, और चीटी को दर था की वो कही उस पानी में न गिर जाए। और उससे बचने के लिए चीटी एक छोटी सी चट्टान पर चढ़ जाती है, लेकिन जिस बात का चीटी को डर था वही हुआ, उसका पैर फिसलता है और वह पानी का वहाव ज्यादा तेज़ होने से वो नदी में बहने लगी।
उस दौरान पास के एक पेड़ पर एक कबूतर बैठा होता है, और वह ये सारी घटना देखता है।
कबूतर उस चीटी को बचने की कोशिस में एक पत्ता तोड़ता है और नदी के पानी में चीटी के पास फेकता है, और चीटी उस पर चढ़ जाती है। कुछ देर बाद चींटी किनारे लगी और वह पत्ते से उतर कर सूखी जमीं पर आ गयी। उसने पेड़ की तरफ देख और कबूतर को धन्यबाद दिया।
और इस घटना के बाद उसी दिन शाम को एक शिकारी जाल लेके कबूतर को पकड़ने आया।
उस वक्त कबूतर पेड़ पर आराम कर रहा था, और उसको शिकारी के आने का कोई अंदाजा नहीं था। लेकिन जिस चीटी को कबूतर ने बचाया था वो इस शिकारी को देख लेती है। और वह दौड़ती हुई शिकारी के पास जारी है और उसके पैर पर जोर से काट लेती है।
चींटी के काटने पर शिकारी की चीख निकल गयी और कबूतर जाग गया और उड़ गया।
सिख: इससे हमें यह सिख मिलती है की कर भला तो हो भला अगर आप अच्छा करोगे तो आपके साथ भी अच्छा होगा।
Short Stories For students
2. शेर और चूहे की कहानी
एक बार एक शेर सो रहा होता है और एक चूहा उसके ऊपर चढ़ के उसकी नींद को भटका देता है।
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शेर उसे गुस्से में पकड़ लेता है और उसे खाने लगता है पर चूहा उसे कहता है की, “आप अगर मुझे छोड़ दोगे तो में आपकी किसी दिन मदद जरूर करूँगा।”
यह सुनके शेर हँसता है और उसे छोड़ देता है।
कुछ दिन बाद कुछ शिकारी शेर को जाल में कैद कर लेते हैं और शेर ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगता है उसकी आवाज़ चूहा पहचान लेता है और भागता हुआ उसके पास आता है और शेर के जाल को काट के शेर को आज़ाद कर देता है।
सिख: दया अपना इनाम ज़रूर लाती है, कोई इतना छोटा नहीं है कि यह वह मदद नहीं कर सकता।
Short Stories For Teenageres
3.बूढ़े आदमी और छोटी बिल्ली की कहानी
एक दिन एक बूढ़ा आदमी पार्क में घूम रहा था की तभी उसकी नज़र एक छोटी सी बिल्ली पर पड़ी जोकि एक सुराख में फंस गयी थी।
तब उस बूढ़े आदमी ने अपना हाथ आगे बढ़ाया और बिल्ली को निकलने की कोशिश करने लगा, परन्तु बिल्ले ने उसे पंजा मारा और उसे पास नहीं आने दिया।
आदमी ने फिर से वैसा ही किया और बिल्ली ने फिर उसे पास नहीं आने दिया। अब आदमी बार बार ये करने करने लगा और बिल्ली भी उसे बार बार हटा रही थी।
उस दौरान पास खड़ा एक लड़का काफी देर से देख रहा था और वो चिल्ला पड़ा की आप बिल्ली को वहीँ रहने दो ये खुद ही निकल आएगी।
लेकिन उस आदमी ने कोई ध्यान नहीं दिया और वो कोशिश करता रहा और आखिरकार बिल्ली बहार आ ही गयी।
अब बूढ़ा आदमी उस आदमी की और गया और बोला,”ये इस बिल्ली की फितरत है की ये काटेगी, पंजा मारेगी, जैसा की इसे भगवान ने बनाया है। पर ये हमारा फ़र्ज़ है की इनको प्यार देना और इनकी देखभाल करना।”
सिख: अपने आसपास सभी के साथ नैतिकता के साथ व्यवहार करें। आप सबसे ऐसा व्यवहार करें जैसा की आप दूसरों से खुद के लिए चाहते हो।
Hindi Short story For Kids
4. भेड़िया और सारस की कहानी
एक बार एक भेड़िया किसी जानवर को खा रहा था और जल्दबाज़ी में खाते हुए उसके गले में एक हड्डी फस जाती है। काफी कोशिशें करने के बाद भी वो हड्डी उसके गले से नहीं निकलती। अब वो एक बुरी स्थिति में फस चुका था।
तभी उसको एक सारस दिखा और उसकी लम्बी चोंच दिखी। उसको देखते उसको एक सुझाव् आया की सारस उसकी मदद कर सकता है। वो मदद के लिए सारस के पास गया।
उसने सारस से कहा की वो उसकी मदद करे बदले में उसे वो उसका इनाम देगा।
पहले तो सारस घबराया की भेड़िये के मुँह में अपनी चोंच डालके निकलने से उसको कोई नुक्सान न हो पर भेड़िये के इनाम देने के लालच में उसने हाँ कर दी।
क्रेन ने जल्द ही हड्डी उसके गले से निकल दी। हड्डी निकलते ही भेड़िया चलने लग पड़ा तो सारस ने कहा, मेरा इनाम? तो भेड़िये ने कहा की,” क्या यह काफी नहीं है कि मैंने तुम्हारा सिर को बिना काटे ही अपने मुँह से बाहर निकालने दिया, यही तुम्हारा इनाम है”।
सिख: जिसको कोई आत्मसम्मान नहीं है उसकी सहायता करने के लिए किसी पुरस्कार की अपेक्षा ना करें। स्वार्थी लोगों के साथ रहने से आपको किसी प्रकार की मदद नहीं मिलेगी।
Story In Hindi With Morals
5. सुई देने वाली पेड़ की कहानी
एक जंगल के पास दो भाई रहा करते थे. इन दोनों में से जो भाई बड़ा था वो बहुत ही ख़राब बर्ताव करता था छोटे भाई के साथ. जैसे की वो प्रतिदिन छोटे भाई का सब खाना ख लेता था और साथ में छोटे भाई के नए कपड़े भी खुद पहन लेता था.
एक दिन बड़े भाई ने तय किया की वो पास के जंगल में जाकर कुछ लकड़ियाँ लायेगा जिसे की वो बाद में बाज़ार में बेच देगा कुछ पैसों के लिए.
जैसे ही वह जंगल में गया वहीं वो बहुत से पेड़ काटे, फ़िर ऐसे ही एक के बाद एक पेड़ काटते हुए, वह एक जादुई पेड़ पर ठोकर खाई.
ऐसे में पेड़ ने कहा, अरे मेहरबान सर, कृपया मेरी शाखाएं मत काटो. अगर तुम मुझे छोड़ दो तब, मैं तुम्हें एक सुनहरा सेब दूंगा. वह उस समय सहमत हो गया, लेकिन उसके मन में लालच जागृत हुआ. उसने पेड़ को धमकी दी कि अगर उसने उसे ज्यादा सेब नहीं दिया तो वह पूरा धड़ काट देगा।
ऐसे में जादुई पेड़, बजाय बड़े भाई को सेब देने के, उसने उसके ऊपर सैकड़ों सुइयों की बौछार कर दी. इससे बड़े भाई दर्द के मारे जमीन पर लेटे रोने लगा.
अब दिन धीरे धीरे ढलने लगा, वहीँ छोटे भाई को चिंता होने लगी. इसलिए वह अपने बड़े भाई की तलाश में जंगल चला गया. उसने उस पेड़ के पास बड़े भाई को दर्द में पड़ा हुआ पाया, जिसके शरीर पर सैकड़ों सुई चुभी थी. उसके मन में दया आई, वह अपने भाई के पास पहुंचकर, धीरे धीरे हर सुई को प्यार से हटा दिया.
ये सभी चीज़ें बड़ा भाई देख रहा था और उसे अपने पर गुस्सा आ रहा था. अब बड़े भाई ने उसके साथ बुरा बर्ताव करने के लिए छोटे भाई से माफी मांगी और बेहतर होने का वादा किया. पेड़ ने बड़े भाई के दिल में आए बदलाव को देखा और उन्हें वह सब सुनहरा सेब दिया जितना की उन्हें आगे चलकर जरुरत होने वाली थी.
सिख: इस कहानी से हमें ये सीख मिलती है की हमेशा सभी को दयालु और शालीन बनना चाहिए, क्योंकि ऐसे लोगों को हमेशा पुरस्कृत किया जाता है.
Very Short Story
6. लकड़हारा और सुनहरी कुल्हाड़ी की कहानी
एक समय की बात है जंगल के पास एक लकड़हारा रहता था. वो जंगल में लकड़ी इकठ्ठा करता था और उन्हें पास के बाज़ार में बेचता था कुछ पैसों के लिए.
एक दिन की बात है वो एक पेड़ काट रहा था, तभी हुआ ये की गलती से उसकी कुल्हाड़ी पास की एक नदी में गिर गई. नदी बहुत ज्यादा गहरी थी और वास्तव में तेजी से बह रही थी- उसने बहुत प्रयत्न किया अपने कुल्हाड़ी को खोजने की लेकिन उसे वो वहां नहीं मिली. अब उसे लगा की उसने कुल्हाड़ी खो दी है, वहीँ दुखी होकर वो नदी के किनारे बैठकर रोने लगा.
उसके रोने की आवाज सुनकर नदी के भगवान उठे और उस लकड़हारे से पूछा कि क्या हुआ. लकड़हारा ने उन्हें अपनी दुखद कहानी बताई. नदी के भगवान को उस लकड़हारे के ऊपर दया आई और वो उसकी मेहनत और सच्चाई देखकर उसकी मदद करने की पेशकश की.
वो नदी में गायब हो गए और एक सुनहरी कुल्हाड़ी वापस लाया, लेकिन लकड़हारे ने कहा कि यह उसका नहीं है. वो फिर से गायब हो गए और अब की बार उन्होंने चांदी की कुल्हाड़ी लेकर वापस आये, लेकिन इस बार भी लकड़हारे ने कहा कि ये कुल्हाड़ी उसका भी नहीं है।
अब नदी के भगवान पानी में फिर से गायब हो गए और अब की बार वो एक लोहे की कुल्हाड़ी के साथ वापस आ गए – लकड़ी का कुल्हाड़ी देखकर लकड़हारा मुस्कुराया और कहा कि यह उसकी कुल्हाड़ी है.
नदी के भगवान ने लकड़हारे की ईमानदारी से प्रभावित होकर उसे सोने और चांदी की दोनों कुल्हाड़ियों से भेंट किया.
सिख: इस कहानी से हमें ये सीख मिलती है की ईमानदारी सर्वोत्तम नीति है.
10 Lines Short Stories With Moral In Hindi
7. यात्री और सादा पेड़ की कहानी
लोमड़ी और बकरी की कहानीतेज़ गर्मियों की दोपहर को दो यात्री चले जा रहे थे, तभी उन्हें एक बहुत बड़ा और घना पेड़ दिखाई दिया।
वो दोनों उस पेड़ की छांव में धुप से बचने के लिए बैठ गए।
आराम करते हुए उनमें से एक यात्री बोला ये पेड़ बहुत ही बेकार है। इसमें कोई भी फल नहीं लगा हुआ है, बहुत ही बेकार पेड़ है ये।
तभी पेड़ से एक आवाज़ आयी,”इतना एहसान फरामोश ना बनो। इस क्षण में तुम्हारे लिए बहुत ही फायदेमंद हूँ। तम्हे कड़कती धूप से बचा रहा हूँ और तुम मुझे बेकार कहे जा रहे हो?”
सिख: प्रकृति की बनाई हुई हर चीज़ का कोई ना कोई महत्त्व है इस लिए किसी भी चीज़ को बेकार ना समझें।
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8. लोमड़ी और बकरी की कहानी
एक बार एक लोमड़ी रात को जंगल में घूम रही थी की अचानक वो एक कुँए में जा गिरी। अब उसे समझ नहीं आ रहा था की वो करे तो क्या करे। इस लिए उसने सुबह तक का इंतज़ार करने का सोचा।
सुबह होते ही एक बकरी कुँए के पास से गुज़री और उसने लोमड़ी को देखा और कहा तुम कुँए में क्या कर रही हो ?
तो बकरी ने कहा की,” में यहाँ पानी पीने आयी हूँ और ये पानी आजतक का सबसे स्वादिष्ट पानी है,आओ तुम भी पी के देखो?” बकरी ने बिना सोचे ही कुँए में छलांग लगा दी।
थोड़ी देर पानी पीने के बाद बकरी ने बाहर जाने का सोचा तो देखा की वो वहां फंस चुकी है। अब लोमड़ी ने कहा की में तुम्हारे ऊपर चढ़ कर बाहर निकल जाता हूँ और किसी को मदद के लिए ले आऊंगा।
बेचारी भोली बकरी ने लोमड़ी की चाल नहीं समझी और बिना सोचे समझे हाँ कर दी।
अब लोमड़ी बाहर निकलते ही बकरी को बोलने लगी की,”अगर तुम इतनी भी समझदार होती तो कभी बिना समझे कुँए में नहीं आती और ऐसे नहीं फस्ती और लोमड़ी ये बोलके वहां से चली गयी।”
सिख: कोई भी निर्णय लेने से पहले सोचें। बिना सोचे समझे कोई फैसला ना लें।
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9. किसान और साप की कहानी
एक बार एक किसान सर्दियों के दिनों में अपने खेतों में से गुज़र रहा था। तभी उसकी नज़र एक ठंड में सिकुड़ते हुए सांप पर पड़ी।
किसान को पता था की सांप बहुत ही खतरनाक जीव है लेकिन फिर भी उसने उसे उठाया और अपनी टोकरी में रख लिया।
फिर उसके ऊपर उनसे घास और पत्ते दाल दिए ताकि उसे कुछ गर्मी मिल जाए और वो ठण्ड की वजह से मरने से बच जाये।
जल्द ही सांप ठीक हो गया और उसने टोकरी से निकल कर उस किसान को काट लिया जिसने उसकी इतनी मदद की थी।
उसके जहर से तुरंत ही उसकी मौत हो गयी और मरते मरते उसने अपनी आखिरी साँस में यही कहा “मुझसे ये सीख लो, की कभी किसी दुष्ट (बुरे, नीच) पर दया न करो”।
सिख: कुछ लोग ऐसे होते हैं की जो अपने स्वभाव को कभी नहीं बदलते हैं, फिर चाहे हम उनके साथ कितना भी अच्छा व्यवहार करें। हमेशा उन लोगों से सावधान रहें और उनसे दूरी बनाए रखें जो केवल अपने फायदे के बारे में सोचते हैं।
Short Stories For high School
10. दो मेंढक की कहानी
एक बार मेंढकों का एक दल पानी की तलाश में जंगल में घूम रहा था। अचानक, समूह में दो मेंढक गलती से एक गहरे गड्ढे में गिर गए।
दल के दूसरे मेंढक गड्ढे में अपने दोस्तों के लिए चिंतित थे। गड्ढा कितना गहरा था, यह देखकर उन्होंने दो मेंढकों से कहा कि गहरे गड्ढे से बचने का कोई रास्ता नहीं है और कोशिश करने का कोई मतलब नहीं है।
वे लगातार उन्हें हतोत्साहित करते रहे क्योंकि दो मेंढक गड्ढे से बाहर कूदने की कोशिश कर रहे थे। वो दोनों जितनी भी कोशिश करते लेकिन काफ़ी सफल नहीं हो पाते।
जल्द ही, दो मेंढकों में से एक ने दूसरे मेंढकों पर विश्वास करना शुरू कर दिया – कि वे कभी भी गड्ढे से नहीं बच पाएंगे और अंततः हार मान लेने के बाद उसकी मृत्यु हो गई।
दूसरा मेंढक अपनी कोशिश जारी रखता है और आखिर में इतनी ऊंची छलांग लगाता है कि वह गड्ढे से बच निकलता है। अन्य मेंढक इस पर चौंक गए और आश्चर्य किया कि उसने यह कैसे किया।
अंतर यह था कि दूसरा मेंढक बहरा था और समूह का हतोत्साह नहीं सुन सकता था। उसने ये सोचा कि वे उसके इस कोशिश पर खुश कर रहे हैं और उसे कूदने के लिए उत्साहित कर रहे हैं !
सीख: इस कहानी से हमें ये सीख मिलती है की दूसरों की राय आपको तभी प्रभावित करेगी जब आप उसपर विश्वास करेंगे, बेहतर इसी में है की आप खुद पर ज़्यादा विश्वास करें, सफलता आपके कदम चूमेगी।
11. घमंडी बारहसिंगा
एक समय की बात है। एक घने जंगल में एक बारहसिंगा रहता था। वह बड़ा घमंडी था। एक बार वह तालाब में पानी पी रहा था और पानी पीते हुए उसने अपनी परछाई देखी। वो अपने सुन्दर सींगो को देखकर बहुत खुश हुआ, पर अपनी पतली टाँगो को देखकर बहुत दुखी हुआ और वो भगवान को कोसने लगा।
एक बार कुछ शिकारी कुत्ते जंगल में आ गए और वो बारहसिंगा के पीछे पड़ गए। ये देखकर वो घबराकर दूर भाग गया। उसकी पतली टाँगे ही उसकी भागने में सहायता कर रही थी। भागते-भागते अचानक उसके सींग टहनियों के बीच फँस गए।
उसने अपने सींगों को बाहर निकालने की बहुत कोशिश की, पर वह अपने सींगों को बाहर ना निकाल पाया। जिसके बाद उन शिकारी कुत्तों ने उसे घायल कर दिया और वो मरने की हालत में हो गया था। मरते समय वह सोचता रहा, “इन सुंदर सींगों ने मुझे मरवाया है और मेरी पतली टाँगे मुझे बचा सकती थी।
सीख– कोई भी चीज़ अपने गुणों के कारण सुंदर होती है।
Conclusion
प्रस्तुत कहानियों की तरह हमारे जीवन में कई उतार चढाव आते रहते है, और उस समय हमें यह सारी कहानिया याद आती है। और इनसे हमें कई सारी सिख भी मिलती है और इसी तरह की सिख और अच्छी अच्छी कहानिया पढ़ने के लिए हमारी वेबसाईट हररोज देखते रहिए। धन्यवाद!
FAQs
जिसको कोई आत्मसम्मान नहीं है उसकी सहायता करने के लिए किसी पुरस्कार की अपेक्षा ना करें। स्वार्थी लोगों के साथ रहने से आपको किसी प्रकार की मदद नहीं मिलेगी।
किसान और साप की कहानी
पने आसपास सभी के साथ नैतिकता के साथ व्यवहार करें। आप सबसे ऐसा व्यवहार करें जैसा की आप दूसरों से खुद के लिए चाहते हो।
लकड़हारा और सुनहरी कुल्हाड़ी पर
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